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राही अंजाना

Tragedy

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राही अंजाना

Tragedy

श्राद्ध मनाया जायेगा

श्राद्ध मनाया जायेगा

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जीते जी तो किसी ने कोई त्यौहार न मनाया,

आज तो खुलकर देखो श्राद्ध मनाया जाएगा, 


दो रोटी को भी न पूछा कभी किसी ने जिनको, 

आज तो उनके लिए पकवान बनाया जायेगा,


रोशन माँ बाप के मन को समझ कभी न पाया,

मुंडेर बैठे काले कौवे को भरपेट खिलाया जायेगा।


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