मैं जो कुछ लिखा हूँ वो दिल से लिखता हूं। अपने लिए, अपनी खुशी के लिए लिखता हूं
हां, तो उसमें ऐसा क्या हुआ जो इतनी उदास हो हां, तो उसमें ऐसा क्या हुआ जो इतनी उदास हो
सफलता सिर्फ सपने देखने से नहीं मिलती। उसके पीछे महेनत करनी पड़ती है। सफलता सिर्फ सपने देखने से नहीं मिलती। उसके पीछे महेनत करनी पड़ती है।
पेड़ ने मुस्कुराते हुए जवाब में कहा," मैं बहुत वृद्ध हो चुका हूँ। पेड़ ने मुस्कुराते हुए जवाब में कहा," मैं बहुत वृद्ध हो चुका हूँ।
तनिष्का समझ नही आ रहा था की निषिका आखिर पहुंची तो पहुंची कैसे? तनिष्का समझ नही आ रहा था की निषिका आखिर पहुंची तो पहुंची कैसे?
स्कूल में वो अपने दोस्त के साथ पहुंचती है। क्लास शुरू होती है, स्कूल में वो अपने दोस्त के साथ पहुंचती है। क्लास शुरू होती है,
यह तुम्हारे लिए जानना बहुत जरूरी भी है। यह तुम्हारे लिए जानना बहुत जरूरी भी है।
ठंडी के दिन शुरू होते ही सुबह उठने में देरी होने लगी है। ठंडी के दिन शुरू होते ही सुबह उठने में देरी होने लगी है।
तनिष्का उस दिन की तैयारियों में लग जाती है। तनिष्का उस दिन की तैयारियों में लग जाती है।
पता नहीं सामने से जवाब आया या मेरे मन की उपज थी। पता नहीं सामने से जवाब आया या मेरे मन की उपज थी।
कुछ दिनों बाद राजीव क्लास में अकेला था। कुछ दिनों बाद राजीव क्लास में अकेला था।