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Kanchan Prabha

Abstract Tragedy Inspirational

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Kanchan Prabha

Abstract Tragedy Inspirational

हे मानव कभी इन्सान भी बन जाओ

हे मानव कभी इन्सान भी बन जाओ

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हे जग के आधुनिक मानव 

कभी तो तुम भगवान बनो 

गरीबों पर जरा रहम करो 

बस थोड़ा सा इंसान बनो 

मजहब सबका एक यहां पर 

ऐसे ना परेशान बनो 

भीड़ भरी इस दुनिया में 

तुम बस थोड़ा सा इंसान बनो 

यह धरती है बड़ी खूबसूरत 

तुम ऐसे ना शैतान बनो 

दो पेड़ लगा दो फूलों के 

बस थोड़ा सा इंसान बनो 

नारी का चीर हरण करके 

तुम ऐसे ना हैवान बनो 

स्त्री का सम्मान करो तुम 

बस थोड़ा सा इंसान बनो



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