शिक्षक का योगदान
शिक्षक का योगदान


वर्णित कौन कर सकेगा सभ्य समाज में शिक्षक का योगदान
समाज की वह आधारशिला बस इतना है हमें भान
समाज तभी विकसित होता है जब विकसित होता ज्ञान
जब शिक्षक अंकुरित करता है नयी पीढ़ी में अर्थ, साहित्य और विज्ञान
भविष्य का वह शिल्पकार, उसके दम से तरक्की की उड़ान
हर शिक्षक को नमन मेरा, उनके प्रयासों को प्रणाम।