मैदान में उतरना पड़ता है
मैदान में उतरना पड़ता है
दूसरों पर टीका टिप्पणी करने से कुछ नहीं होता
हालात बदलने के लिए मैदान में उतरना पड़ता है।
किनारे बैठ कर लहरों को गिनने से कुछ नहीं होता
पार उतरने के लिए मंझधार से गुजरना पड़ता है।
कुटिया की ठंडी छांव में बैठे रहने से कुछ नहीं होता
आग में खुद को तपा कर निखरना पड़ता है।
आसान राहों को खोजते रहने से कुछ नहीं होता
ऊंची नीची डगर पर ही आगे बढ़ना पड़ता है।