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Veena rani Sayal

Fantasy

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Veena rani Sayal

Fantasy

शायरी

शायरी

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फूलों ने पूछा भंवरे से 

क्या तुझे हुई कांटों से चुभन

भंवरे ने कहा तेरे रस ने

जख्मों पे लगा दी है मरहम ।


आसमां को देखते हैं

दो होंठ खुले हुए

जिगर की प्यास बुझाने को

दो बूंद ही गिरे ।


दिल की राह में

अश्क पड़ाव बन गए

तेरी याद के चिराग से 

जख्म नम कर गए ।


दिल पर अमावस की

रात का है अंधेरा

हसरतों की शमा जल रही है

आरजू का है सुना बसेरा ।



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