सौ बार जन्म लेंगे
सौ बार जन्म लेंगे
प्यार का दिया लिए आंखों में, हम खड़े हैं तेरी राहों में,
हर अंधेरा दूर हो जाए, आओ चले आओ मेरी बाँहों में।
सौ बार जन्म लेंगे, सौ बार फना होंगे,
मिटकर भी पंकज में, खुशबू के निशाँ होगे।
सौ बार जन्म लेंगे…..
हम प्यार के राही हैं, हर राह मोहब्बत है,
तेरी चाहत मुझको, मेरी तो हक़ीक़त है।
हक़ीक़त से भी सबको, अफसानों के गुमाँ होंगे।
सौ बार जन्म लेंगे…..
दुनिया हमें दो समझे, हम एक ही हैं लेकिन,
तू धूप-छाँव मेरी, हम तेरे हैं रात और दिन।
सदियों तक यहाँ ऐसे, हमसे दीवाने कहाँ होंगे।
सौ बार जन्म लेंगे…..
तुम मेरी तमन्ना हो, उल्फ़त की कहानी हो,
तुम शेरों में हो मेरी, तुम उसकी रवानी हो।
सिमट कर तेरी साँसों में, मेरे एहसास जवाँ होंगे।
सौ बार जन्म लेंगे…..
दस साल तेरे संग में, दस साँस से गुजरे है,
दर्द और खुशी दोनों, एहसासों से सँवरे हैं।
हर जन्म मेरे मन में, तेरी हसरत के निशाँ होंगे।
सौ बार जन्म लेंगे…..