साथ खड़े हो जाएंगे
साथ खड़े हो जाएंगे
प्रेम सौहार्द और एकजुटता की ताकत
दुनियाभर ने मानी।
एकता से श्रेष्ठ भाव में
बँध गई दुनिया सारी।
होगी न ईर्ष्या और न होगा कोई भाव द्वेष।
अपनेपन के भावों का कर लो मन में समावेश।
निज वैमनस्यता को भूल सदा हम
एक-दूसरे का निभाए हरदम साथ।
पीड़ित जन का हाथ पकड़कर
हम संबल बन जायेंगे।
कितनी भी मुश्किल आ जाए
साथ खड़े ही पाएंगे।।
एकता हो अगर तो ही रहता
मन में सबके मृदुभाव ।
हो जितनी भी मुश्किल जीवन में
यह पैदा न होने दे कोई अभाव।
कंधे पर जब हाथ धरें हों
जाति-धर्म की कोई न दीवार हो।।
दमक उठेगा जग ये सारा
बुलंद होगा सबका सितारा।।