STORYMIRROR

V. Aaradhyaa

Comedy Drama

3  

V. Aaradhyaa

Comedy Drama

सासूजी,क्यूँ खोली मेरी आलमारी

सासूजी,क्यूँ खोली मेरी आलमारी

1 min
217


सासू जी तूने मेरी क्यूँ खोली आलमारी,

उसमें मैंने कुछ वैस्टर्न ड्रेसेस थी छुपाई !


अब तो आप मुझे देंगी सौ हज़ार ताने,

कि, ये बहुरिया तो हमरी बात ही ना माने !


अब आप बताओ, क्या करूँ मैं सासू जी,

जब पहनने को मचले हिया छोटी कांचली!


हटा दो ना बंदिशें और अपनी तानाशाही,

बंद कमरे में बन जाने दो रूप की शहज़ादी !


कसम से, आपकी इज्जत और बढ़ जाएगी,

जब शौक पूरे करने की इज़ाज़त मिल जाएगी !



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Comedy