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Dr pratap Mohan Bhartiya Bhartiya

Comedy

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Dr pratap Mohan Bhartiya Bhartiya

Comedy

* जंगल में चुनाव *

* जंगल में चुनाव *

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जंगल में है इस समय ख़ुशी भारी 

क्योंकि चल रही है चुनाव की तैयारी

       

चुनाव को देखकर शेर ने

किया है यह वादा

अब उसने किया है

शाकाहारी होने का इरादा

       

शेर और बकरी एक ही

घाट का पानी पियेंगे

साथ जियेंगे और साथ ही मरेंगे

       

बिल्ली का है यह वादा

उसने छोड़ दिया है

चूहा खाने का इरादा

कुते बिल्लीयों को नहीं खायेंगे

बल्कि उनसे राखी बधवायेगे

      

हिरन अब निर्भय होकर

जंगल में घूमेगा

क्योंकि शेर अब शिकार के

लिए उसको नहीं ढूंढेगा

      

बन्दर नहीं करेगा अब

रोटी के बटवारे लफड़ा

अब वह रखेगा दोनों बिल्लियों की

तरफ बराबर पलड़ा

      

साँप अब सबका दुख बाँटेगा

आज से किसीको नहीं काटेगा

      

चुनाव में जानवरों ने

आपसी मतभेद भुलाए है

तभी तो शेर और बकरी 

एक ही मंच पर आये है।

      

गठबंधन का जादू जंगल मे भी चला है 

तभी तो शेर की पार्टी में हाथी मिला है

     

कबूतर को मिली है प्रचार की जिम्मेदारी

घर घर बाटी है उसने सामग्री सारी।


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