चलो कुंभ
चलो कुंभ
*चलो कुंभ चले*
प्रयागराज आपके स्वागत
के लिये सजा है।
144 साल बाद कुंभ
का अलग मजा है।
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त्रिवेणी संगम में
डुबकी लगाएं
अपना जीवन
सफल बनाऐ।
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देश विदेश से लोग
कुंभ आ रहे है।
सनातन धर्म के प्रति
अपनी आस्था जता रहे है।
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यह अवसर हमारी
जिंदगी में दोबारा
कभी नहीं आयेगा।
अगर नहीं जा पाये कुंभ
तो मन में
अफसोस रह जायेगा।
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महा स्नान के अवसर पर
करोड़ों लोग आ रहे है।
आस्था की डुबकी लगाकर
पापों से मुक्ति पा रहे है।
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कुंभ में चारों तरफ़
आध्यात्मिक माहौल छाया है।
हर संन्यासी अखाड़े ने
अपना स्थान बनाया है।
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कुंभ जरूर जाये
परन्तु सावधानी अपनाये।
भीड़ बहुत है
दुर्घटना से खुद को बचाएं।
