सूर्योदय
सूर्योदय


सूर्य की किरणें जब धरती पर बिछती हैं,
सृष्टि को नई ऊर्जा से भर देती हैं।
सोने सी आभा, हृदय को छूती है,
प्रकृति की गोद में नवजीवन बुनती है।
सवेरा लाती, सबको जगाती,
रात की चादर को दूर भगाती।
उसकी गरमाहट, जीवन का संचार,
सूरज की महिमा, अद्भुत, अपार।
आकाश में वो रंग बिखेरता,
संध्या के समय, फिर से सवेरा देता।
नित नए रूप में, नित नई छवि,
सूरज की महिमा, सबसे अनोखी।
दिनभर मेहनत करता,
फिर भी कभी न थकता।
सूर्यदेव, तुम्हारी कृपा से,
जीवन में उजाला हरदम रहता।
तुम्हारी किरणें हमें राह दिखाती,
अंधेरों को दूर कर, जीवन सजाती।
सूरज, तुम हो अनंत आकाश में,
सदा चमकते रहो, हमारे दिलों में।