वैसे पतियों में भी कहाँ, छिपी बड़ी शराफत हैं। वैसे पतियों में भी कहाँ, छिपी बड़ी शराफत हैं।
आखिर बेटी हूं ना उनकी। आखिर बेटी हूं ना उनकी।
सात फेरे क्या लेगी, जैसे सात समंदर दूर हो जायेगी सात फेरे क्या लेगी, जैसे सात समंदर दूर हो जायेगी
इसीलिए तो कहते हैं एक नहीं दो बार आते हैं बदलाव। इसीलिए तो कहते हैं एक नहीं दो बार आते हैं बदलाव।
जो आज भी मेरी मुस्कुराने की वज़ह है। जो आज भी मेरी मुस्कुराने की वज़ह है।
न तुम बदलना कभी न मैं बदलूंगा तुम्हें। न तुम बदलना कभी न मैं बदलूंगा तुम्हें।