सागर
सागर
साहिल को सागर से आज छुड़ा लाये,
चलो कश्तियों को किनारे पे डुबो आये..
मछ्लियों को दे आज़ादी ,पानी की गिरफ्त से,
आओ रेत का विशाल दरिया बनाये..
मोती को पिछे छोड़ कुछ पत्थर चुन लाये,
चलो चुल्लु भर पानी में कुछ गोते लगा आये..
अस्त कर दे सुरज को उफ़ान पे लाकर,
लहरों पर पाँव के कुछ निशान छोड़ आये !!
