मात्राओं वाली कविता.(आ,इ,ई,उ,ऊ,ऋ,ए,ऐ,ओ,औ,अं,अ:,आँ )
मात्राओं वाली कविता.(आ,इ,ई,उ,ऊ,ऋ,ए,ऐ,ओ,औ,अं,अ:,आँ )
आसमान पर बादल छाया
चाचा अपना छाता लाया,
विमला उठ चित्र बना
इमला लिखकर गणित सिखा,
मीता,नीता कविता आई
गीता जल की गगरी लाई,
फुदक फुदक कर बुलबुल आती
कोयल सबको मधुर गीत सुनाती,
राजू,कालू भूरा आए
भालू सबको नाच दिखाए,
ऋषि की कुटिया नदी के पास
सब मिल बुझाए अपनी प्यास,
मेले में लगी है ठेलम ठेल
छुक छुक चलती अपने रेल,
किशन कन्हैया सुन मेरे भैया
नाच यहां तू ता ता थैया,
जागो मोहन आंखें खोलो
भोर हुआ भई अब मत सोओ,
गौरी मौसी आई है
खूब पकौड़ी संग लाई है,
चंदन पतंग तुम इधर उड़ाओ
मंदिर चलकर शंख बजाओ,
चाँद बांसुरी बजा रहा
साँप बीन पर नाच रहा,
अत: पुनः पुनः हम प्रयास करें
सफलता का हम स्वत: स्वाद चखें।
