कैसे बिठायें कंप्यूटर के समक्ष, एकाग्रता बच्चों की खो रही है कैसे बिठायें कंप्यूटर के समक्ष, एकाग्रता बच्चों की खो रही है
जिसे पकाता लकड़ी का चूल्हा नकली का वो खाना, खाना जिसे पकाता लकड़ी का चूल्हा नकली का वो खाना, खाना
कभी न मन हो पढ़ने का, तो बहाना कोई बनाना। कभी न मन हो पढ़ने का, तो बहाना कोई बनाना।
काश! यह दुनिया अपनी होती,, होता एक संसार,, काश! यह दुनिया अपनी होती,, होता एक संसार,,
बच्चे पूछ रहे हैं माँ से, हम स्कूल फ़िर से कब जा पाएंगे। बच्चे पूछ रहे हैं माँ से, हम स्कूल फ़िर से कब जा पाएंगे।
मासुम ओर प्यारी शरारतें सबके मनको लुभाते थे। मासुम ओर प्यारी शरारतें सबके मनको लुभाते थे।
फिर अपने परिवार मित्र संग बाहर घूमने जायेंगे।। फिर अपने परिवार मित्र संग बाहर घूमने जायेंगे।।
"दिन का एक पहर खुद को खुश करने पर खर्च करना गुनाह तो नहीं।" "दिन का एक पहर खुद को खुश करने पर खर्च करना गुनाह तो नहीं।"
दोनों पंख पसारे... आसमान में उड़ने वाले ओ पंछी ओ प्यारे। दोनों पंख पसारे... आसमान में उड़ने वाले ओ पंछी ओ प्यारे।
जब डांट मुझे मिलती वो करते, नाटक थे हैरानी के। जब डांट मुझे मिलती वो करते, नाटक थे हैरानी के।
बारिश के पानी में छलांगें लगाना कभी पानी में मेंढक बन जाना बारिश के पानी में छलांगें लगाना कभी पानी में मेंढक बन जाना
दिन भर की मस्ती और शैतानी के कारण मुझे नींद आ रही थी दिन भर की मस्ती और शैतानी के कारण मुझे नींद आ रही थी
जरा इस आदमी को जगाओ। वक्त पर जगाओ, जरा इस आदमी को जगाओ। वक्त पर जगाओ,
नहीं चाहिए थी गाड़ी, बस, और न वायुयान। उड़ते-उड़ते ही लख लेती, सारा हिन्दुस्तान। नहीं चाहिए थी गाड़ी, बस, और न वायुयान। उड़ते-उड़ते ही लख लेती, सारा हि...
जाने क्या क्या लिख जाता है वो प्रेम सुहाना बचपन का मुझे बचपन याद दिलाता है। जाने क्या क्या लिख जाता है वो प्रेम सुहाना बचपन का मुझे बचपन याद दिलाता...
वाह कोरोना क्या धूम मचाई, ऑनलाइन पढ़ाई सिखाईं, वाह कोरोना क्या धूम मचाई, ऑनलाइन पढ़ाई सिखाईं,
देश के बच्चों के हाथों से होगा देश महान, शिक्षा से इंसान बनेंगे विद्या से भगवान। देश के बच्चों के हाथों से होगा देश महान, शिक्षा से इंसान बनेंगे विद्या से भगव...
वो बचपन की यादें विद्यालय जाने से घबराते, होमवर्क भूल जब जाते, शिक्षक की बाट है खाते वो बचपन की यादें विद्यालय जाने से घबराते, होमवर्क भूल जब जाते, शिक्षक क...
कल्पना चावला किरण बेदी बन खूब नाम रोशन कराऊंगी। कल्पना चावला किरण बेदी बन खूब नाम रोशन कराऊंगी।
गुजराती में कहते गलगोटा, मारवाड़ी में हजारी गजरा।। गुजराती में कहते गलगोटा, मारवाड़ी में हजारी गजरा।।