रोनक
रोनक
रोनक ले आती है तेरे नाम की बिंदिया जरूर
माथे का चांद है मेरे तेरे नाम का सिंदूर
तेरी इसी अदा पर मरते हैं इसलिए मोहब्बत करते हैं
अर्धांगिनी मेरी यह है दुनिया का दस्तूर।
1
तुम्हें इतना चाहेंगे ना कमी कोई आए
हंसते ही तो आखिर सांसों में समाए
एक पल भी जीना सकेंगे हो जाएं अगर हम दुर
रौनक
माथे
तेरी
अर्धांगिनी।
2
तू चांद है मेरा उस चांद से भी प्यारा
मेरी कर दे मुरादे पूरी तू है अंबर का तारा
तेरे दिल की धड़कन देती है मुझे सुनाई है कोई बात जरूर
रौनक
माथे
तेरी
अर्धांगिनी।
3
कोई कह दे अगर कुछ पल की जुदाई है
तेरी कसम इस दुनिया से मेरी विदाई है
हम दो जिस्म एक जान हैं अलग-अलग दिल धड़के नहीं हमें मंजू।