STORYMIRROR

Ritu Rose

Drama Action Inspirational

4  

Ritu Rose

Drama Action Inspirational

हौसलों की उड़ान

हौसलों की उड़ान

1 min
343


आंखें उठा कर देख ऊपर नीला आसमान है

काहे मन मारे बैठी

भर ले हौसलों की उड़ान

कब तक पिसती रहेगी दो परतों के बीच में

थोड़ा सा जी खुद के लिए

औरों को देती सिख में

छोटी-छोटी बातों को लेकर हो जाती हूं हताश

खुशियों को जी कर तो देख क्यों रहती है निराश

जो बना गए इतिहास वह हौसलों की उड़ान है

पढ़ कर देखना एक-एक शब्द गाते उनका गुणगान है

जहां हार गए यह दुनिया वाले

वहां से शुरुआत उन्होंने की

पंख फैला कर उड़ने लगे जब हौसलों की उड़ान भरी


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama