प्यार वाली बोलियाँ सिखाते हो
प्यार वाली बोलियाँ सिखाते हो
खून ही बहाते रहे, रक्त से नहाते रहे, और हमें फाग वाली होलियाँ सिखाते हो ।
झुण्ड-झुंड छाँट चले, मुंड-मुंड काट चले, और हमें शांति वाली टोलियां सिखाते हो ।
लूट-लूट बस्तियों को, सेते रहे हस्तियों को, हो फकीर जैसे वैसी झोलियाँ सिखाते हो ।
शब्द-शब्द ज़ह्र भरा, कण्ठ में भी कहर भरा, और हमें प्यार वाली बोलियाँ सिखाते हो ।