पति का बटुआ
पति का बटुआ
पति का बटुआ बड़ा प्यारा लगे
बटुए में पैसा न्यारा लगे।
जब वो सोये नींद में
चुपके चुपके जाती हूँ
धीरे से बटुआ को खोल
हरे पत्ते निकाल लाती हूँ
भले ही बार बार पति जी
बटुआ अपना सवाराँ करे
पति का बटुआ बड़ा प्यारा लगे
मैं बन जाती हूँ अन्जान
मांगे जब वो मुझसे जवाब
कहूँ भला क्या मुझे पता
खुद ही उड़ा कर बाजार में
मुझसे पुछे क्यों ये सवाल
उनके बटुए से निकलना पैसा
मुझे हर दम ही गवाराँ लगे
पति का बटुआ बड़ा प्यारा लगे
पति का बटुआ बड़ा प्यारा लगे
बटुए में पैसा न्यारा लगे।
