Himanshu Sharma

Tragedy

4  

Himanshu Sharma

Tragedy

प्रेत

प्रेत

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माँ बोली,"फेंक आ ये सब्ज़ी-रोटी"

चौराहे पे बेटे ने की शैतानी छोटी,


थाल के बगल में एक बाती जला दी,

है टोटका, लोग छूते नहीं ज़रा भी !


छह दिन से भूखी एक वृद्ध काया,

भीड़ होने पे कम, रोटी खाने आया !


रोटी खा उसने भूख को मिटाया है,

सुना है चौराहे का प्रेत लौट आया है।


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