दाने-दाने पर लिखा है, खाने वाले का नाम, यह जुमला है, या खुदा का पैगाम...! दाने-दाने पर लिखा है, खाने वाले का नाम, यह जुमला है, या खुदा का पैगाम...!
रोटी खा उसने भूख को मिटाया है, सुना है चौराहे का प्रेत लौट आया है। रोटी खा उसने भूख को मिटाया है, सुना है चौराहे का प्रेत लौट आया है।
भोजन करो मौसम के अनुकूल, निरोगी काया से रहो भरपूर। भोजन करो मौसम के अनुकूल, निरोगी काया से रहो भरपूर।
ठोकरें खा कर खाए एक निवाला, जो जाने निवाले की कीमत वही भर पेट सोए। ठोकरें खा कर खाए एक निवाला, जो जाने निवाले की कीमत वही भर पेट सोए।
जून इक्कीस थकान में बीती , पलकें पूरी नींद में भीगी। जून इक्कीस थकान में बीती , पलकें पूरी नींद में भीगी।
चुपके से आती है गरमी, चुपके से आती है सर्दी, टिप-टिप टप-टप जो शोर मचाती, बरखा वो, आती है अब... चुपके से आती है गरमी, चुपके से आती है सर्दी, टिप-टिप टप-टप जो शोर मचाती, ...