योगा दिवस
योगा दिवस
1 min
170
जून इक्कीस थकान में बीती ,
पलकें पूरी नींद में भीगी ,
सुबह उठकर जल्दी काम किया ,
फिर थोड़ा आराम किया!
दोपहर में भोजन बासी खाया ,
आज ना हमने कुछ पकाया ,
अच्छी नहीं होती अन्न की बर्बादी ,
चाहे रोटी हो एकदम सादी!
आज योगा दिवस भी मनाया ,
प्यारी डायरी सबको योग सिखाया ,
योगा रखता सबको तंदुरुस्त ,
देता स्फूर्ति रखता चुस्त!
रात थकान से जब ली अंगड़ाई ,
टेलिविजन देखते हुए तब नींद आई ,
सुबह जाकर ही फिर आँख खुली ,
अगले दिन की नई शुरुआत हुई!|