गहे तुम्हारी शरण जो, करते उसे निहाल। गहे तुम्हारी शरण जो, करते उसे निहाल।
मेहनत का फल खाने में, उत्साह में जीवन जीने में। मेहनत का फल खाने में, उत्साह में जीवन जीने में।
बाकी बचा सब श्राद्ध का भोजन, स्वाद ले - लेकर भर पेट खायें। बाकी बचा सब श्राद्ध का भोजन, स्वाद ले - लेकर भर पेट खायें।
सितंबर माह में आने वाले श्राद्ध अपने पूर्वजों की दिलाते हैं याद। सितंबर माह में आने वाले श्राद्ध अपने पूर्वजों की दिलाते हैं याद।
देव सभी के लिए भोजन प्रदान करता है देव सभी के लिए भोजन प्रदान करता है
अभी मातृत्व पाया ही था देख रही सपनीले स्वप्न। पंखों में छिपाये बच्चों को सिखा रही उड़ने क... अभी मातृत्व पाया ही था देख रही सपनीले स्वप्न। पंखों में छिपाये बच्चों को ...