STORYMIRROR

Mohanjeet Kukreja

Romance Tragedy

4.9  

Mohanjeet Kukreja

Romance Tragedy

प्रेरणा

प्रेरणा

1 min
701


तुम्हारा अस्तित्व,

अप्रतिम सौंदर्य,

ये झील सी आँखें...

दिलकश तबस्सुम और

एक हसीन तिल,

तुम्हारे गाल पर...!

इन से कहीं बढ़ कर,

यह उखड़ापन तुम्हारा;

यह बेरुख़ी मुझसे,

एक प्रेरणा है --

मेरे लिए!

ज़िन्दगी के लिए!!

मेरी शायरी के लिए!!!

वर्ना कौन और क्यों...

निभाता है इतना अर्सा

इक तरफ़ा सम्बन्धों को

यूँ दीवानों की तरह...!?!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance