यादों को तेरी दिल में बसाया ,
बाली उमर का चसका चढ़ाया ,
तुझे अपने एहसासों की गर्मी से भर दूँ ,
आ मेरी जान मैं तुझमें नए रंग भर दूँ |
सुना है तुझे भी हुआ एक नशा था ,
मेरी मीठी बातों से तेरा दिल धड़का था ,
रातों को बेचैनी ने सोने ना दिया ,
मेरे ही नाम का एक जाम तूने पिया था |
वो मीठी मुलाकातों की मीठी सी बातें ,
कभी नोकझोक कभी गर्म साँसें ,
कभी चोरी - चोरी से इजहार करना ,
अगले ही पल फिर वो तेवर बदलना |
मैं भूली नहीं हूँ वो तेरा खिलखिलाना ,
बस आता नहीं है बेवफाई पर इतराना ,
चल मिलके सारे गिले शिकवे दूर कर दूँ ,
आ मेरी जान मैं तुझमें नए रंग भर दूँ ||