गजल।
गजल।
अगर उनके दिल को जीत न पाए, मत पूछो हम क्या-क्या करेंगे।
इश्क करना गर जुर्म होगा, निगाहों से हम उनका सज़दा करेंगे।।
दाग तेरे दामन पर लगने न देंगे, फिर भी दुनिया से हम मिन्नत करेंगे।
तुम चाहो न चाहो हमें किसी भी सूरत, मैकदे में हम सवेरा करेंगे।।
हम छोड़ेंगे न कभी भी चाहत को, बेवफा छोड़ वफा हम करेंगे।
हम तड़प कर भी हंसते रहेंगे, वह सुकून पा के तड़पा हम करेंगे।।
झूठी तसल्ली ही सही, तेरी याद में लम्हा बिताया हम करेंगे।
जिससे आ जायें आंखों में आंसू, फिर भी तुमसे इजहार न करेंगे।।
इश्क में जीना बना अब मुश्किल, किस कदर तेरा दीदार हम करेंगे।
आखरी सांस तक गम उठाकर "नीरज", तुमसे ना कभी रुसवा हम करेंगे।।