अन्नपूर्णा मेरी माँ, उसके भोजन में था प्यार, बेशुमार। अन्नपूर्णा मेरी माँ, उसके भोजन में था प्यार, बेशुमार।
हमारे रास्ते अलग हो गये, जाने अनजाने मे हम खुद की दुनिया में खो गये, हमारे रास्ते अलग हो गये, जाने अनजाने मे हम खुद की दुनिया में खो गये,
वो रोटी नहीं थाली में अपना प्रेम परोस के लाती थी। वो रोटी नहीं थाली में अपना प्रेम परोस के लाती थी।
चाँद से चेहरे को छुपा लिया घूँघट में सितारों से मिलने की मान - मिन्नत हुई...सुरमई शाम से कुछ यूँ मुल... चाँद से चेहरे को छुपा लिया घूँघट में सितारों से मिलने की मान - मिन्नत हुई...सुरम...
काश तुम खरीददार बन जाओ, दिल ए नाचीज़ के तेरी खातिर हर दफा ये बिकते-बिकते रह गया। काश तुम खरीददार बन जाओ, दिल ए नाचीज़ के तेरी खातिर हर दफा ये बिकते-बिकते रह गया।
जिस घर गली को गए थे बरसों पहले छोड़, आज कैसे आ गए हो फिर इस मोड़। जिस घर गली को गए थे बरसों पहले छोड़, आज कैसे आ गए हो फिर इस मोड़।