भैया बहना का प्यार आज भी अनमोल है। भैया बहना का प्यार आज भी अनमोल है।
बस खुद को ढूंढ़ती एक आम सी नारी हूँ मैं। बस खुद को ढूंढ़ती एक आम सी नारी हूँ मैं।
अन्नपूर्णा मेरी माँ, उसके भोजन में था प्यार, बेशुमार। अन्नपूर्णा मेरी माँ, उसके भोजन में था प्यार, बेशुमार।
सपनों की तरफ आगे बढ़ना सीखना है मुझे लेकिन उससे पहले उन सपनों को देखना है मुझे। सपनों की तरफ आगे बढ़ना सीखना है मुझे लेकिन उससे पहले उन सपनों को देखना है मु...
किसी चित्रकार का शाहकार लगते हो सोलह सिंगार करके जब सजते सँवरते हो जिसने बनाया उनको उस का कमाल... किसी चित्रकार का शाहकार लगते हो सोलह सिंगार करके जब सजते सँवरते हो जिसने ब...
अपनी बौनी उड़ान कर विस्तारित जा बैठी विदेश में करी पढ़ाई असंभव को किया संभव अपनी बौनी उड़ान कर विस्तारित जा बैठी विदेश में करी पढ़ाई असंभव को किया सं...