बौनी उड़ान
बौनी उड़ान
नन्हा बालक
नन्हें नन्हें कदम बढ़ा
लगे दौड़ने जब वो
हो जाता है बावरा
इसी बौनी उड़ान को लक्ष्य बना
मृगछौना बन भरे कुलांचें
धरा रौंदता, बाहें फैलाता
छूना चाहे वो नभ को
जैसै जैसे होता विकसित
इच्छाएं, उत्कंठाएं बढ़ती
हवा,आग, तूफा वंश में ले
सिंधु बुझाता, वृक्ष काटता
प्रकृति पर विजयी बनकर
खुद को जीत बने बाहुबली
एक इतिहास बनाता खुद का
वो शोधकर्ता अब्दुल कलाम
दे टक्कर गरीबी को बना राष्ट्रपति
किया भारत का रौशन नाम
छोड़ बैठा पहली मिसाइल
कर बैठा सबके दिलों पे राज
वैज्ञानिक क्रांतिकारी पहला
न्यूटन का नाम रहेगा जुबां पे सबके
आइंस्टीन ने भरी उड़ान
भौतिक विज्ञान को दी नई दिशा
बाल्यावस्था मैं निकली ना बोली
उसने सबकी कर दी बोली बंद
दुनिया को समेटा चित्रकारी में
लड़ता रहा जीवन से, उड़ाने भरता
जीवन में बस हार ना मानी
चित्र एक बिका मृत्यु उपरांत
वान गाग वो चित्रकार छाया सब ओर
फोर्टमोटर ने मचाया तहलका
वहीं हेनरी फोर्ड कभी असफल
आटोमोबाइल बिजनेस में था फेल
पर ना हारा भरता रहा उड़ान
डा. आनंदी गोपाल जोशी
भारत की प्रथम चिकित्सक
अपनी बौनी उड़ान कर विस्तारित
जा बैठी विदेश में करी पढ़ाई
असंभव को किया संभव
मोदी के तेवर ने किया कमाल
चाय पिलाता था टपरी में
सोच बहुत ही ऊंची थी उसकी
ऐसी भरी उड़ान पीछे छोड़ सभी को
बना आज प्रधानमंत्री
भारत का सरताज
वो नन्हीं सी मनु बाई
अंग्रेजों का देख प्रहार
ठान बैठी टक्कर लूंगी
भगा फिरंगियों को लूंगी चैन
भरी उड़ान वो बेमिसाल फिर
खूब लड़ी मर्दानी वो झांसी की
रानी लक्ष्मीबाई
आर्यभट्ट ने खोजा शून्य
उस, वैदिक काल में
लीलावती ने बीज गणित का भेद
तेजसिंह तो जा बैठा हिमालय
कर हौसलों की उड़ान
हम ना रहेंगे,
तुम ना रहोगे
इतिहास में अमर
रहेंगी इनकी उड़ाने