Neeraj pal

Inspirational

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Neeraj pal

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राम-नाम

राम-नाम

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राम-नाम बना सुखदाई, उर भीतर मेरे रमा कीजिए,

श्री चरणों में नित भक्ति देकर ,सेवा-भाव मुझको दीजिए।


हॅूँ असमर्थ,गुणगान तेरे बिन, कैसे कह ,सकूँ,

पूर्ण समर्थ तू ,भव-सिन्धु पार कैसे कर सकूँ,

हे नाथ!अशरण-शरण स्वीकार मुझको कीजिए ।

राम नाम सुखदाई.....


बिन तेरी कृपा, एक पत्ता तक हिलता नही,

बिन तेरे भव-जाल से कोई निकल सकता नही , 

भव-रोग ग्रसित इस तन को ,मुक्ति तुम दीजिए ।

राम नाम सुखदाई.....


मर्यादा पुरुषोत्तम बन तुमने,एक राह है दिखलाई ,

राग-द्वेष को दूर हटाकर, प्रेम-भाव है सिखलाई,

मलिन विचारों भरे, मन को निर्मल तो कीजिए ।

राम नाम सुखदाई......


अंतिम विनय हरि दास की,सबके हृदय में विराजिए,

हर घर में सीता-राम हो ,इतनी कृपा तो कीजिए ,

श्री हनुमान जैसी भक्ति," नीरज"को प्रभु दीजिए । 

राम नाम सुखदाई........


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