मास्टर जी ।
मास्टर जी ।
एक हैं हमारे मास्टर जी,
बच्चों से करते राधे राधे जी।
शरीर मे सदरी , आँखों पर चश्मा,
बच्चो से करते प्यार, बहुत सा।
रोज़ सिखाते मिल जुल कर रहना,
पढ़ाई में कभी पीछे मत रहना।
अकेले दम पर स्कूल हैं चलाते,
खेल- खेल मे सभी विषय हैं पढ़ाते।
कीचड़ में जैसे कमल है खिलता,
"नीरज" वैसे ही अपने बच्चों से मिलता ॥