STORYMIRROR

jignesh 💫 💫

Fantasy

4  

jignesh 💫 💫

Fantasy

प्रेमी के विचार

प्रेमी के विचार

1 min
221

मोहतरमा आज इतना खुश क्यों हो ,

कुछ खास हे। 

क्या....

और इतना क्यों सजी हो,

कुछ खास हे ।

क्या....

इतनी नजदीक क्यों आ रही हो,

आखरी मुलाकात हे ।

क्या...

इतना शोर क्यूं लग रहा है,

तुम्हारी बारात हे ।

क्या ...

बार बार खिड़की से क्या देख री हो,

नया वाला मुझसे सुन्दर है ।

क्या....

लगता हे ।

मुझसे ज़्यादा प्यार करेगा ,

वो दूध से धुला है।

क्या....

और पैसों का सहारा लेकर मुझे,

भूलने की बात करती हो।

तेरा भेजा........

खाली हे ।

  क्या.......।

आज कुछ खास हे।

क्या........।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Fantasy