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Jayshri Walokar (Tillikhede)

Romance Fantasy Others

4.5  

Jayshri Walokar (Tillikhede)

Romance Fantasy Others

मुकर नहीं जाऊंगी...

मुकर नहीं जाऊंगी...

1 min
201


तेरी खातिर दुनिया से लड़ चुकी थी मैं -२

पर अब तुझसे ना लड़ पाऊंगी...

गया ना छोड़कर तो खुश रह वापिस मत आ-२ 

क्योंकि अब मैं खुद को संभाल नहीं पाऊंगी...


और बेशक याद कर लेना मुझे बीते पलों को याद करके -२

क्या पता अब कब तेरे जहन में आऊंगी-जाऊंगी...

और सुन ना मौत से भी बत्तर सजा मिली है इश्क करने की मुझे -२

क्या पता अब कब तेरी याद में सुकून की नींद सो जाऊंगी...


जानती हूं अब संभल गया है तू मुझे छोड़ कर -२

क्या पता मैं कब तक संभल जाऊंगी...

और वक्त ने चाहा तो मिलेंगे जरूर एक दिन -२

पर क्या पता उस वक्त मैं आंखें खोल भी ना पाऊंगी...


और जरा भी मोहब्बत बची हो जहन में तो तू सोच ले एक बार -२

तेरी खातिर तो मैं कुछ भी कर जाऊंगी...

और वादा रहा मेरा तुझसे मौत को अपनाने तक -२

तेरी तरह मैं अपने वादों से कभी मुकर नहीं जाऊंगी...

कभी मुकर नहीं जाऊंगी...



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