फागुन आयो, फागुन आयो रे.
फागुन आयो, फागुन आयो रे.
फागुन आयो, फागुन आयो रे...
होरी है..............!
झूम झूम कर नाचै मनवा..2 मंगल गावै रे..
ढोल बाजै , ढोल बाजै , ढोल बाजै रे
फागुन आयो, फागुन आयो रे...
होरी है...............!
लोग लुगाई निकरे घर तैं - लै लै अपनी टोली
भरि भरि कण्ठ लगावें सबकूँ- बोलें मीठी
बोली
भूनि रहै गेंहूँ की बालें- पूजि रहे हैं होरी
देखो लायी-2 पकवानों से थाल सजाकर
गोरी
फागुन आयो, फागुन आयो रे...
होरी है...............!【01】
कान्हा के संग राधा देखो- करती खूब ठिठोली
बात बात पर देती उसको- देखो मीठी गोली
उढ़ा चुनरिया कान्हा को पहनाया लहंगा चोली
देखो छेड़ें-2 सारी सखियाँ- राधा खेलै होली
फागुन आयो, फागुन आयो रे...
होरी है...............!【02】
किधर छुपे हो मोरे बलमा- ढूँढे अखियाँ मोरी
अंग से अंग मिलाओ सजना- खेलो हम सँग होरी
रंग अभीर गुलाल लिए मैं- कब तक तोहि पुकारूँ
देखो बरसे- 2 नैनों अमृत- तोरी राह निहारूँ
फागुन आयो, फागुन आयो रे...
होरी है................!【03】
फूलों से घर द्वार सजाया- बंधनवार लगाये
अब तो आ भी जाओ 'माही'- हमसे रहा न जाये
आकर सजना कण्ठ लगालो तुम बिन कुछ ना भाये
देखो बीती-2 जायें घड़ियाँ वक्त गुज़र ना जाये
फागुन आयो, फागुन आयो रे...
होरी है................!【04】

