रंगों का मौसम है
रंगों का मौसम है
रंगों का ऐसा रंगीला
मौसम है छाया,
जैसे ख्वाबों का अंबर है
नीला_ नीला ,ख्वाबों का नीला _नीला।
हर जगह पीला _पीला रंग है छाया,
हर होठों पर मुस्कुराहट सजी है
खुशियों का पीला _पीला रंग है छाया।।
ख्वाबोंका नीला नीला ,खुशियों का पीला पीला।।
शर्मीली गालों पर छाया है,गुलाबी रंग गुलाल का गुलाबी
गुलाबी रंगों से सज गई है महफिल।
देख कर जलने वालों की लाल-लाल है रंग
गुस्से से छा गए है रंग ।।
गुस्से का लाल लाल शर्मीली गुलाबी_ गुलाबी।।
कहीं-कहीं खो गई किसी की मुस्कुराहट
कहीं-कहीं गुस्से से हो गया है किसी का हाल बेहाल,
कहीं कहीं नशे में जूम रहे है।
कहीं-कहीं खाने के शौकीन कड़े है ।
कहीं-कहीं नाच गाना चल रहा है
ऐसा मोरनी उतरी हैं मोर के संग ।।
कहीं-कहीं हरा रंग है छाया सबसे न्यारा
सबसे प्यारा रंग है छाया
रंगीला मौसम है रंगीला मौसम है रंगीला।।
आसमान से रंगों का बरसात हो रहा है।
चुटकुलों के साथ साथ
बूजिए ने जमादि महफिल।।
तो टंडाई ने दिखाया तमाशा।।
मोज मस्ती में हर रंग प्यारी।।
दुश्मन सारे मिटाके शिकवे
दोस्ती की रंग में रंग गए।।
यही तो है होली की दिन,
होली होली आई है संग संग
खुशियां सारे।।
रंगों का ऐसा रंगीला
मौसम है छाया,
जैसे ख्वाबों का अंबर है
नीला_ नीला ख्वाबों का नीला _नीला।
हर जगह पीला _पीला रंग है छाया
हर होठों पर मुस्कुराहट सजी है
खुशियों का पीला _पीला रंग है छाया।।
ख्वाबोंका नीला नीला खुशियों का पीला पीला।