पल पल की कहानी
पल पल की कहानी
पल भर की है यह जिंदगी
नचाती नाच अनगिनत बार
पल में शुरू पल में कतम
यह जिंदगी पल भर की ।।
जिए या नही बस पल भर का वक्त है
पास अपने ,पास अपने वक्त है
उम्मीद की रोशनी फैली है चारो ओर
मगर अंखो पे है डर की ये पट्टी ।।
दूर नही कोई मंजिल ,
बस रास्ता थोड़ा लंबा है
हालात का पहिया मुड़ना जल्दी
मुसीबत का दिया बुझे ना कभी।।
आशा तो है हासिल करने की
हिम्मत की है कमी बस है कमी
कोसो दूर है खुशियों की खजाना
पल भर की जिंदगी गल जाए पल में।।
जिंदगी है पल भर की
उड़ते ,गिरते ,संबलते ,
साथ देते साथ लेते चले
चलते चलते एक पल में
लिए कई यादें संग चले जिंदगी से दूर।।