गर्मी के जब दिन है आते, छांव तले लोग आ जाते। गर्मी के जब दिन है आते, छांव तले लोग आ जाते।
एक अपनी ही दुनिया में उन नदियों के बीच उन पहाड़ो के ऊपर जहाँ जन्नत से नजारे हो और हम तु... एक अपनी ही दुनिया में उन नदियों के बीच उन पहाड़ो के ऊपर जहाँ जन्नत से ...
ये प्यार नही जंग है स्वाभिमान की उसूलों से जीतूँगी बाकी अपने पास कोई सौगात नहीं। ये प्यार नही जंग है स्वाभिमान की उसूलों से जीतूँगी बाकी अपने पास कोई सौगात नहीं...
झिलमिलाता अंम्बर सा कभी लगे अनमना सा। झिलमिलाता अंम्बर सा कभी लगे अनमना सा।
हरे घास थे जहाँ वहाँ बस काई उग आई है। हरे घास थे जहाँ वहाँ बस काई उग आई है।
ना पूछ ये दिल किस दर्द से गुज़रा जब ना मिली खबर किसी अख़बार में, ना पूछ ये दिल किस दर्द से गुज़रा जब ना मिली खबर किसी अख़बार में,