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shruti chowdhary

Drama Romance Fantasy

4  

shruti chowdhary

Drama Romance Fantasy

प्रेम -एक विश्वास

प्रेम -एक विश्वास

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200


हमेशा ही तुम्हारे

सम्मान की रक्षा करूँगा

प्रेम की देहरी के आखिरी छोर तक

तुम्हारे साथ खड़ा रहूँगा


ये कहकर धन्य कर दिया उसने

और पूर्णिमा की चांदनी सी

खुलकर खिलकर 

और सुन्दर हो गयी वो

धन्य हो गया वो क्षण जब 


ह्रदय से उभरे हों वो स्वर

प्रदीप्त हो गयी सब दिशाएं

अँधेरे की नहीं रही याद

मानो मिल गया 


साथ निभाना साथिया

सोचा न था ,इस सच का एहसास

सपना है कोई या समुन्दर

में डूबने का प्रयास


अजीब रिश्ते का अनोखा प्रेम

खोलता हर सिरा,वो है प्रेम

चकमक जगमग सजा संवरा प्रेम

रंगीला ,चहकता, मुस्कुराता प्रेम


हर करवाहट को मिटानेवाला प्रेम

गहरायी से मेरे दिल की आवाज़ सुनो

आओ मिलकर बसाये 

प्रेम की हरी भरी दुनिया।


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