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Lokeshwari Kashyap

Drama Classics Inspirational

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Lokeshwari Kashyap

Drama Classics Inspirational

पेड़ लगाये पर्यावरण बचाये

पेड़ लगाये पर्यावरण बचाये

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पेड़ लगा पर्यावरण को स्वच्छ बनाओ।

इनसे मिलता हमको, शुद्ध प्राण वायु,

शुद्ध हवा से होते स्वस्थ और चिरायु।

पेड़-पौधे होते हैं जग में सदा उपकारी,

इनके उपकार से जिंदा हैं दुनियाँ सारी।

इनसे बड़ा कौन होगा हमारा हितकारी ?


इनका उपकार माने है दुनियाँ सारी,

फिर भी देखो इनपर छाई है लाचारी।

अपनी सुरक्षा ये स्वयं कर पाते नहीं।

इनके उपकार से जीवित है सारे प्राणी,

इनको नष्ट करने पर तुले अत्याचारीl 

जिन्हे करना चाहिए इनकी रखवाली,

वही बनें सबसे बड़े इनके अहितकारी।


बीज, फल, फूल, पत्ते, जड़, तना, छाली,

सब अंग इनके उत्तम और लाभकारी।

दुनियाँ इनकी अजब- गजब, निराली,

इनसे है जीवन में हरियाली,खुशहाली।


देते रहो, देने का गुण हमको सिखाते ,

बादलों को करें आकर्षित जल बरसातेl

प्यासी धरती को हरा-भरा बनाते।

अत्याचारी उपकार सारे भूल जाते,

हत्या कर इनकी धरा बंजर बनाते।

सब पेड़ लगाते बस फोटो खिचवाते,

इनकी सुरक्षा का जिम्मा क्यों ना उठाते ?


पेड़ लगाओ,अपना पर्यावरण बचाओ,

क्या हम बस नारा लगाते रह जायेंगे ?

याद रखो बस हाथ मलते रह जायेंगे,

सारे अपना सर धुनेंगे और पछतयेंगे।

जब समय रहते पेड़ नहीं लगाएंगे।

चलो सब मिलकर पेड़ -पौधे लगाये।


इन्हें सुरक्षित रखने का बीड़ा उठाये।

कहे नहीं कुछ अच्छा कर दिखलाये।

पेड़ लगाये पर्यावरण स्वच्छ बनाये।

स्वच्छ, स्वस्थ जीवन की तरफ कदम बढ़ायेl


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