पेड़
पेड़
लगा बहुत से पेड़ अब,
वरना समझो निज अंत,
वृक्ष धरती की जान हैं,
कहते आये हैं सब संत।।
पेड़ सूख गया गर धरा,
नहीं बच पायेगा इंसान,
वृक्षों के बल पर सदा,
जन की बनती पहचान।।
आओ पेड़ लगाये धरा,
यह हमारी ही माता है,
पेड़ लगाना शुभ होता,
पेड़ों से पुराना नाता है।।
पेड़ कहे मत काट मुझे,
देता मैं फल और फूल,
तेरा स्वार्थ ले डूबेगा यूं,
करो नहीं कभी ये भूल।।
