पायल
पायल
तेरे पैरों में बंधी पायल की झनकार
मेरे कानों में तेरे आने की दस्तक देती है ।
पायल छन छन करती,
मेरे दिल में एक जगह बना लेती है।
पैरों को तेरे देख,
मैं मखमली होना चाहता हूँ
हम तो देख पायल को,
सिर्फ महसूस किया करते हैं
वो खुशनसीब तो,
पैरों पर बंधकर जिया करती है
तेरे पैरों पर बंधी पायल का,
मैं घुंघरू बनना चाहता हूँ।
तू कर इंकार लाख,
मुझे कोई फर्क़ नहीं ।
मैं तो रख तेरी पायल को सिरहाने पर,
उसके ख्वाबों में खोना चाहता हूं
तेरी पैरों में बंधी पायल की तरह,
तुझ से बंधना चाहता हूँ ।
तुझ से पहले तेरा होना चाहता हूँ

