समय
समय
समय की पहली शर्त खुद समय है
समय चलता जाता है,
कभी किसी के लिए रुकता नहीं है ।
लेकिन कभी किसी को वो,
मोका भी ना दे ऐसा वो कर्ता नहीं है।
समय रहते समय को जिसने इज्जत दी,
समय ने उसे बदले में शोहरत दी ।
समय ने कभी किसी से,
कुछ मांगा नहीं,
लेकिन उसकी कोई कदर ना करे,
ऐसा भी उसने कभी चाह नहीं।
जब जब हमने,
उसे दीवारों और हाथों की कलाई पर बाँधा
तब तब हमने,
अपने हिसाब से काम किया,
कभी किसी ने उसका
सही इस्तेमाल किया तो,
कभी किसी ने
गलत इस्तेमाल किया ।
समय ने कभी किसी से,
कोइ लड़ाई नहीं की,
लेकिन जिसने उसे,
गलत तरीके से इस्तेमाल किया,
तो उसने भी किसी को छोड़ा नहीं।
समय हमारे जीवन में,
बहुत महत्वपूर्ण हैं,
बस यही बात हमें समझ ना आई ।
समय कभी अच्छा तो,
&nb
sp; कभी बुरा यही इसका किरदार है,
कभी उंगलियों पर रख कर नचा देता है,
तो कभी सरताज बना देता है ।
पलभर में क्या हो जाए,
किसी को कुछ मालूम नहीं,
हवा में उड़ने वालों को,
कब गिरा दे इसका भी कुछ पता नहीं ।
समय यूँ ही नहीं कहता कि,
वह बलवान है,
कोई कभी राजा तो कभी रंक है ।
समय कभी बोलता नहीं है,
लेकिन करके जरूर दिखाता है ।
समय की बस एक ही पुकार,
मेरा करना सही इस्तमाल ।
आज तुम समय के हो,
कल समय तुम्हारा होगा ।
समय भागता नहीं है,
भगाता जरूर है,
आज हमारा तो,
कल किसी और का है।
समय एक ऐसी धरोहर है,
जो दीवारों हाथों पर कम,
हमारे दिमाग पर ज़्यादा रहे
हमारे लिए अच्छा है ।