नहीं चाहिए आजादी !
नहीं चाहिए आजादी !
भारत की बर्बादी के स्वप्न देखनेवालों,
कान खोलकर सुन लो-
नहीं चाहिए आजादी -जनतंत्र से
देश की समृद्धि से जलनेवालों,
नहीं चाहिए आजादी - शासन तंत्र से ।
आजादी-आजादी का नारा लगाकर,
अपनी नेतागिरी चमकाने वालों,
विदेशी एजेन्टों, गद्दारों, दलालों।
तुम्हारी विचारधारा, तुम्हारा लाल सलाम
मैं कहता -नक्कारों, नक्कालों से सावधान!
आयातित है तुम्हारी विचारधारा,
जन्मस्थान पर ही क्षत-विक्षत
बिखरी हुई है साम्यवाद की लाश।
नहीं चाहिए आजादी - जन-धन योजना से,
किसान समृद्धि योजना से।
हर घर नल-कल से
हरियाली से, विकास से, समृद्धि से
अंतरिक्ष अनुसंधान से
भारत माँ की अमरता के गुणगान से,
नहीं चाहिए लफ्फाजी !