नैना बरसे
नैना बरसे
नैना बरसे
घनाघन बरसे
रिम झिम,
टप टप
नैना बरसे,
सांय सांय
मरुत चले ,
वह आए?
पंखा चला
बन्द हुआ,
लेखनी चली
लेखनी रुकी,
गति थमी
वह आए ?
प्रतीक्षा करती,
विलोल विलोचन
पलक थकी,
मृदु चरण गति
अविराम कहीं,
वह आए?
उदास उदास,
प्रतीक्षा रत,
हम कहॉं
मन यहॉं
वहॉं कहॉं
वह आए ?