मताधिकार
मताधिकार
हम पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी
सरकार यहाँ बनाते हैं,
और चार जमात पढ़े-लिखे को
अपने सिर बैठाते हैं !
अनपढ़ बैठे मंत्रीमंडल में
सरकार यहाँ चलाते हैं,
हम पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी बस
हाँ में हाँ मिलाते हैं !
यही वजह है देश का अपने
हो रहा बंटाधार है,
भारत देश के हम पढ़े-लिखे
बुद्धिजीवियों पर धिक्कार है !
अभी समय कुछ बिगड़ा नहीं
आगे आके देश बचाओ,
अपने मताधिकार का सही
उपयोग कर देश को,
भ्रष्ट नेताओं से मुक्त कराओ !
