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Kumar Vikash

Abstract Others

4.0  

Kumar Vikash

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कौन है ईमानदार ?

कौन है ईमानदार ?

1 min
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ये दुनिया मुसाफिरों का बाजार है,

यहाँ हर किरदार एक सामान है !


सबकी अपनी अपनी कीमत है,

सब अपने आप में एक दुकान है !


आज जो खरीदार बना सामने खड़ा है,

असल में वो स्वयं भी एक सामान है !


यहाँ कहे न कोई स्वयं को ईमानदार ,

बस कोई महँगा कोई सस्ता सामान है !


यह संसार है यहाँ सबकी अपनी शान

है ,

खुदा नहीं कोई बेचे खरीदे गये इंसान

हैं !!



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