इश्क में
इश्क में


इश्क में नजरों की रज़ा नहीं होती ,
मोहब्बत में कोई वजह नहीं होती ।
जाने कब कौन ख़्वाबों में आने लगे ,
ये बात आँखों को भी पता नहीं होती ।।
इश्क में नजरों की रज़ा नहीं होती ,
मोहब्बत में कोई वजह नहीं होती ।
जाने कब कौन ख़्वाबों में आने लगे ,
ये बात आँखों को भी पता नहीं होती ।।