मंजर भी देखा है मैंने मंजर भी देखा है मैंने
आज जो खरीदार बना सामने खड़ा है, असल में वो स्वयं भी एक सामान है आज जो खरीदार बना सामने खड़ा है, असल में वो स्वयं भी एक सामान है
पुरानी यादों का कुछ अपना ही मजा होता है पुरानी यादों का कुछ अपना ही मजा होता है