पल पल जागती , टूट के बिखरती , अपनी धुन से मगन, मिलन को तरसती हुई मैं उन्ही के जोगन पल पल जागती , टूट के बिखरती , अपनी धुन से मगन, मिलन को तरसती हुई मैं उन्ह...
घर में गम के ठिकाने होने लगे। घर में गम के ठिकाने होने लगे।
मायूसी के साये में सारा मंजर घिरा हुआ जिसको देखो उसका चेहरा है गिरा हुआ, ख़ुशियों की वो रात ढली, जिं... मायूसी के साये में सारा मंजर घिरा हुआ जिसको देखो उसका चेहरा है गिरा हुआ, ख़ुशियो...
चलो, आज आँसुओ की बूंदों को कटघरे में खड़ा करते हैं। चलो, आज आँसुओ की बूंदों को कटघरे में खड़ा करते हैं।
गेसुओं से चाँद को आजाद करके, अपने चेहरे का मुझे दर्शन करा दो। गेसुओं से चाँद को आजाद करके, अपने चेहरे का मुझे दर्शन करा दो।
चल रहे हैं रास्ते मुसाफिर भी जा रहे कुछ बिछ़ुड़ रहे तो कुछ मिल रहे !! खुल रही हैं खि चल रहे हैं रास्ते मुसाफिर भी जा रहे कुछ बिछ़ुड़ रहे तो कुछ मिल रहे !! ख...